सत्संग भवन में नगरोटा बगवां में समर्पण दिवस के रूप में बाबा हरदेव सिंह जी महाराज श्रद्धा सुमन भेंट करते श्रद्धांजलि दी गई।
सत्संग भवन में नगरोटा बगवां में समर्पण दिवस के रूप में बाबा हरदेव सिंह जी महाराज श्रद्धा सुमन भेंट करते श्रद्धांजलि दी गई।
ब्रांच मुखी ओम प्रकाश मेहता ने अपने वचनों ने फरमाया संत निरंकारी मिशन अवतार बाद के बाद समर्थन करता है इसलिए बाबा हरदेव सिंह जी महाराज रूप बदलकर धर्म की पुनर्स्थापना करने के लिए इस ब्रह्मांड में अवतरित हुए हैं। संसार में आकर मानव समाज को प्यार की राह सबर सवूरी का संदेश दिया और वैर ,विरोध, निंदिया को दूर करते हुए संसार को स्वर्ग मई बनाने की बात की। बड़ी सता गोलोक से आकर अपना काम करके अपने धाम को वापस चलेगी समर्पण दिवस का मतलब अपने आप को गुरु को समर्पण करना गुरु के कहे हुए बच्चों पर चलना और अपने जीवन को सुख में बनाना आज इंसान काम क्रोध मोह लोभ अहंकार निदया नफरत चुगली में फंस कर अपने जीवन को नरक की ओर धकेल रहा है।दूरदराज से आई हुई संगत ने सत्संग का आनंद लिया। और समर्पण दिवस पर साध संगत ने भी अपने प्रवचन रखें।
इस अवसर पर प्रचारक संत सोमप्रकाश, प्रचारक संत कपिल वासुदेवा, भगवान दास, अमीचंद, अनिकेत ,मनोज, संत संतोष मेहता, संत दर्शना, संत रशमा, संत सुमना, संत शारदे, संत अनिता कुमारी, लज्जा मंझली, संत संतोष संत सागरिका, संत मीनाक्षी, आदि सेवादल उपस्थित था।



